बद्रीनाथ धाम स्थित है: | चमोली में |
कार्बेट नेशनल पार्क स्थित है: | नैनीताल में |
बेडू पाको बारामासा गीत की धुन तेयार की थी: | स्व. मोहन उप्रेती ने |
कुमायु में स्थित प्रसिद्ध बाणासुर का किला स्थित है- | चम्पावत में |
ड्रग्स कम्पोजिट रिसर्च यूनिट स्थित है- | अल्मोड़ा में |
पीर अली अहमद साबिर की मजार स्थित है- | रूडकी में |
आदिगुरू शंकराचार्य की समाधि स्थित है- | केदारनाथ में |
उतराखंड के पहले निर्वाचित मुख्यमंत्री थे- | नारायण दत्त तिवारी |
गढ़वाल मंडल में जनपद है- | 7 |
हेली नेशनल पार्क वर्तमान में किस नाम से जाना जाता है? | कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान |
चितई मन्दिर स्थित है: | अल्मोड़ा में |
दो गुटों क बीच पत्थर फेकने का रिवाज किस मेले में है | देवीधुरा मेला |
नेहरु पर्वतारोहण संस्थान की स्थापना हुई थी- | 14 नवम्बर 1965 |
राष्ट्रीय नदी है: | गंगा |
बद्रीनाथ मंदिर किस नदी के तट पर स्थित है? | अलकनंदा |
केदारनाथ का प्रसिद्द मंदिर किस नदी के तट पर स्थित है? | मंदाकिनी |
पहले मुख्य सुचना आयुक्त थे- | आर.पी. टोलिया |
नीलकंठ महादेव का प्रसिद्ध मन्दिर स्थित है- | पोड़ी में |
महात्मा गांधी ने भारत का स्विटजरलैंड कहा था: | कोसानी को |
उतराखंड में अशोक का एक शिलालेख स्थित है | कालसी में |
अल्मोड़ा में कांग्रेस की स्थापना हुई- | 1912 में |
बोरीवली से बोरीबंदर तक के लेखक है- | शेलेश मटियानी |
कटारमल मन्दिर सबंधित है- | सूर्य देवता से |
टोंस नदी सहायक नदी है- | यमुना की |
श्रीमती गोरा देवी का सबंध रहा- | चिपको आंदोलन से |
फूलो की घाटी राष्ट्रीय पार्क की स्थापना की गई- | 1982 में |
प्रदेश के सबसे उतर में स्थित जिला है- | उतरकाशी |
जहान्वी नदी किस मुख्य नदी से सम्बन्धित है- | भागीरथी से |
कालागढ़ बाँध स्थित है- | राम गंगा नदी पर |
हरेला क्या है- | त्यौहार |
कुमायु में गोरखा शासन स्थापित हुआ- | 1790 में |
जनजाति जिसकी जनसंख्या उतराखंड की जनजातीय जनसंख्या में सर्वाधिक है- | जोनसारी |
उतराखंड का राज्य पक्षी है- | मोनाल |
श्रीनगर गढ़वाल में आश्रय लेने वाला मुगल शहजादा- | सुलेमान शिकोह |
सबसे अधिक तहसीलो वाला जिला- | टिहरी गढ़वाल |
डॉ. हर्षवन्ति विष्ट का सम्बन्ध है- | पर्वतारोहण से |
कुमाऊँ का प्रथम कमिश्नर- | ई. गार्डनर |
संत नगरी के नाम से जाना जाता है- | ऋषिकेश |
सरला बहन का मूल नाम था- | कैथरीन हेलीमन |
गढ़वाल एनसिएन्ट एन्ड मोडर्न पुस्तक लिखी- | पातीराम ने |